मैसूर ब्लास्ट में आरोपी के घर से बरामद हुई करीब 50 विस्फोटक सामग्री

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मंगलुरु: 19 नवंबर को मंगलुरु में हुए ऑटोरिक्शा विस्फोट मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. आरोपी मोहम्मद शारिक के घर से कर्नाटक पुलिस को प्रेशर कुकर, जिलेटिन की छड़ें, रिले सर्किट, तारें और तरह-तरह के विस्फोटक सामान मिले हैं. पुलिस को मैसूर में उसके घर से करीब 50 विस्फोटक सामग्री मिली.

फॉरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, विस्फोट में पोटेशियम नाइट्रेट, सल्फर और फास्फोरस का इस्तेमाल मुख्य रूप से किया गया. पुलिस को शक है कि आईईडी के इस्तेमाल में जो फासफोरस इस्तेमाल किया गया, वह माचिस की तीलियों से निकाला गया. विस्फोट में इस्तेमाल सल्फर कैमिकल की दुकान से खरीदा गया, जबकि बाकी चीजें ऑनलाइन मंगाई गईं. आरोपी ने कुछ सामान की डिलिवरी अमेजन से भी ली. पुलिस इसकी जांच कर रही है.

एडीजीपी ने कही ये बात
न्यूज 18 के मुताबिक कर्नाटक के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार ने को बताया कि शिमोगा केस में भी जिस फासफोरस का इस्तेमाल किया गया था, वह माचिस की तीलियों से लिया गया था. गौरतलब है कि शिमोगा में तुंगभद्रा नदी के पास इस साल सितंबर महीने में विस्फोट हुआ था. शिमोगा केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है. इस मामले में 21 साल का इलैक्ट्रिकल इंजीनियर सैय्यद यासिन और 22 साल का इंजीनियरिंग स्टूडेंट माज मुनीर गिरफ्तार किए गए हैं.

शारिक को दुबई से हैंडल कर रहा ताहा
कर्नाटक पुलिस के मुताबिक, शारिक का मुख्य हैंडलर अब्दुल मतीन ताहा है. वह दुबई में रहता है. एडीजीपी कुमार ने कहा कि ताहा अल-हिंद आईएसआईएस बैंगलुरु केस में संदिग्ध आरोपी है. एनआईए ने साल 2020 में उसके तीर्थहल्ली स्थित घर पर छापा मारा था. उस पर तीन लाख रुपये का इनाम है.

सिम की लोकेशन पर हैरानी
न्यूज 18 में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कोयंबटूर के पुलिस अधिकारी ने बताया कि शारिक की सिम लोकेशन पता करने पर हैरानी हुई. पुलिस के मुताबिक, वह 3 और 4 सितंबर को कोयंबटूर में था. पुलिस जांच कर रही है कि वह कहां-कहां गया और किस-किस से मिला. पुलिस का कहना है कि फिलहाल इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि शारिक कोयंबटूर ब्लास्ट के आरोपी जमीशा मुबिन को जानता था. लेकिन, हो सकता है कि दोनों कुछ समान लोगों को जानते हैं.

अमेजन से ली सामान की डिलीवरी
शुरुआती जांच में पता चला है कि शारिक कोयंबटूर से नागरकोइल और केरल के अलूवा गया. वह वहां एक हफ्ता रहा और पार्सल की डिलीवरी ली. यह पार्सल उसने अमेजन से मंगवाया था. पुलिस ने कहा कि उसने अमेजन को पत्र लिखकर पूछा है कि पार्सल में क्या था. आशंका है कि आईईडी से संबंधित कुछ सामान ऑनलाइन मंगाया गया हो.


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