लखनऊ। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मोदी विरोधी विपक्षी गठबंधन में एकता की कोशिश को ठेंगा दिखा दिया है। मायावती ने आज अपने जन्मदिन पर ऐलान किया है कि उनकी पार्टी बीएसपी इस साल होने वाले सभी विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को अकेले दम पर लड़ेगी। मायावती ने किसी भी दल से गठबंधन न करने का भी फैसला किया है। मीडिया को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा है कि 2023 यानी इस साल राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश विधानसभा के भी चुनाव हैं। इन सभी जगह बीएसपी ने अपने दम पर लड़ने का फैसला किया है। मायावती के इस एलान से कांग्रेस और उसके साथी दलों को तगड़ा झटका लगने के आसार हैं।
Lucknow, UP| BSP won’t align with any parties in the upcoming elections, we will fight polls on our own, Cong & few other parties are trying to ally with us but our ideology is different from other parties: Mayawati, BSP Chief pic.twitter.com/y8FsFg85AW
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 15, 2023
मायावती ने यूपी विधानसभा में नंबर दो समाजवादी पार्टी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि सपा ने संसद में एससी-एसटी रिजर्वेशन बिल पास नहीं होने दिया। मायावती ने कहा कि सपा ने संसद में इस बिल को भी फाड़ा। बीएसपी ने एससी-एसटी वर्गों को उनका हक दिया। बीएसपी सुप्रीमो ने ये भी कहा कि हम सभी संतों और गुरुओं का आदर करते हैं। जबकि, बाकी पार्टियां ऐसा नहीं करती हैं। मायावती ने कहा कि उपेक्षित वर्गों को बीएसपी को वोट देकर सरकार बनानी होगी। तभी उनको हक और सम्मान मिल सकेगा। मायावती ने कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने लंबे समय तक केंद्र में सरकार बनाए रखी, लेकिन मंडल कमीशन की रिपोर्ट को लागू नहीं होने दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी भी अब ऐसा करके हक मार रही है।