शुक्रवार को शुभ मुहूर्त में भगवान आशुतोष के द्वादश ज्योतिर्लिंग में से इग्यारवी ज्योतिलिंग के कपाट खुलने के बाद अब बाबा केदार के क्षेत्रपाल के रूप में पूजनीय भगवान भैरवनाथ के कपाट आज पूरे विधि विधान से खोले गए।
आराध्य ने अपने पाशव रूप में अवतरित होकर भक्तो को सुख समृद्धि का आशीर्वाद दिया।कपाट खुलने के साथ ही बाबा केदार की सायकालीन आरती भी शुरू हो गई । शनिवार को शुभ मुहूर्त के अनुसार पूर्वाहन 11 :30 में केदारनाथ के मुख्य पुजारी जी ने बाबा भैरवनाथ मंदिर के कपाट खुले और साथ ही आराध्य का रुद्राभिषेक तिलकसेक और श्रृंगार किया गया
भगवान आशुतोष के द्वादश लिंगों में ग्याहरवें केदारनाथ के कपाट शुक्रवार को शुभमुहूर्त पर सुबह 6:25 बजे खोल खुल गए थे। आज बाबा केदार के क्षेत्रपाल के रूप में पूजनीय भगवान भैरवनाथ के कपाट विधि-विधान के साथ खोले गए।
शनिवार को परंपरानुसार पूर्वान्ह 11.30 बजे केदारनाथ के मुख्य पुजारी गंगाधर लिंग ने भैरवनाथ मंदिर के कपाट खोले। इसके उपरांत भगवान भैरवनाथ की छह माह की पूजा के संकल्प के साथ ध्यान किया गया। साथ ही आराध्य का रुद्राभिषेक, तेलाभिषेक और श्रृंगार के उपरांत निर्विध्न केदारनाथ यात्रा और सुख-समृद्धि के लिए हवन किया गया ।
इसके उपरांत आराध्य भैरवनाथ को भोग लगाया गया और आरती उतारी गई। इस मौके पर बाबा केदार के दर्शनों को धाम पहुंचे कई श्रद्धालुओं ने आराध्य के दर्शन कर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। सभी धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया।