राशन दुकानों से मुफ्त गेहूं-चावल का वितरण बंद हो रहा है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) के तहत मिलने वाले राशन के लिए कार्डधारकों को अब रियायती मूल्य चुकाने पड़ सकते हैं। क्योंकि एनएफएसए के तहत फ्री वितरण की योजना जून माह तक थी। वहीं राशन का वितरण दो माह पिछड़ने के कारण इधर जुलाई के नियमित राशन के लिए कोटेदारों से चालान के जरिए पैसा जमा कराया गया है।
योगी सरकार की सत्ता में दोबारा वापसी के बाद अप्रैल से जून तक तीन माह के लिए फ्री-राशन वितरण को बढ़ाया गया था। बीते माह जून वाला गेहूं-चावल कार्डधारकों को फ्री मिला। अब जुलाई के नियमित वितरण के लिए कोटेदारों से चालान पर उनके आवंटन अनुसार पैसे जमा कराए गए हैं। अभी तक कोटेदारों को नि:शुल्क राशन वितरण के लिए पैसा नहीं जमा करना पड़ रहा था। राज्य सरकार ने भी नि:शुल्क वितरण के लिए कोई एलान नहीं किया है। ऐसे में जानकारों का मानना है कि अब नि:शुल्क वितरण पर विराम लग जाएगा। सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश सिंह बताते हैं जुलाई के नियमित वितरण के लिए पैसा जमा कराया गया है। अभी तक बिना राशि के सादा चालान जमा होता था। सरकार ने पैसा जमा कराया है, इसलिए कोटेदारों को कार्डधारकों से पैसा लेना होगा।
राशन दुकानों से मुफ्त गेहूं-चावल का वितरण बंद हो रहा है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) के तहत मिलने वाले राशन के लिए कार्डधारकों को अब रियायती मूल्य चुकाने पड़ सकते हैं। क्योंकि एनएफएसए के तहत फ्री वितरण की योजना जून माह तक थी। वहीं राशन का वितरण दो माह पिछड़ने के कारण इधर जुलाई के नियमित राशन के लिए कोटेदारों से चालान के जरिए पैसा जमा कराया गया है।
योगी सरकार की सत्ता में दोबारा वापसी के बाद अप्रैल से जून तक तीन माह के लिए फ्री-राशन वितरण को बढ़ाया गया था। बीते माह जून वाला गेहूं-चावल कार्डधारकों को फ्री मिला। अब जुलाई के नियमित वितरण के लिए कोटेदारों से चालान पर उनके आवंटन अनुसार पैसे जमा कराए गए हैं। अभी तक कोटेदारों को नि:शुल्क राशन वितरण के लिए पैसा नहीं जमा करना पड़ रहा था। राज्य सरकार ने भी नि:शुल्क वितरण के लिए कोई एलान नहीं किया है। ऐसे में जानकारों का मानना है कि अब नि:शुल्क वितरण पर विराम लग जाएगा। सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश सिंह बताते हैं जुलाई के नियमित वितरण के लिए पैसा जमा कराया गया है। अभी तक बिना राशि के सादा चालान जमा होता था। सरकार ने पैसा जमा कराया है, इसलिए कोटेदारों को कार्डधारकों से पैसा लेना होगा।
फ्री -चना, तेल, नमक भी होगा बंद
दिसम्बर 2021 से कार्डधारको मिल रहे चना, तेल, नमक के नि:शुल्क वितरण की योजना भी बंद होगी। इस योजना को भी जून तक विस्तार दिया गया था। वितरण पिछड़ने के कारण अभी एक बार और कार्डधारकों को फ्री चना, तेल व नमक का लाभ मिलेगा। जोकि जून माह का होगा। सरकार की ओर से इसके बारे में भी अभी कोई घोषणा नहीं हुई है। वहीं तेल, चना, नमक आपूर्ति करने वाली एजेंसी नैफेड ने तीनों खाद्य वस्तुओं को समायोजित करते हुए जिले से आवंटन मांगा है। जानकार इसे भी योजना बंद किए जाने की तैयारी मान रहे हैं।