प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक संबोधन के दौरान कहा की महिलाओं को अधिक से अधिक संख्या में काम करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए लचीले कार्यस्थलों का उपयोग मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि यदि ‘वर्क फ्रॉम होम’ को बढ़ावा दिया जाए तो महिलाएं रोजगार के लिए अपनी भागीदारी और अधिक बढ़ाएंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य के श्रम मंत्री के एक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने विश्व में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का दर्जा प्राप्त किया है। जिसका श्रेय लाखों श्रमिकों को जाता है। भविष्य की जरूरत फ्लेक्सी काम के घंटे हैं। हम महिला श्रम बल की भागीदारी को बढ़ाने के लिए लचीले कार्यस्थलों जैसी प्रणालियों का उपयोग कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि आंकड़ों के अनुसार, भारत की महिला कार्य भागीदारी दर वर्ष 2021 के लिए लगभग 25 प्रतिशत थी, जो उभरती अर्थव्यवस्थाओं के लिए सबसे कम थी। कहा कि अगर हम अपनी नारी शक्ति का इस्तेमाल करें तो भारत अपने लक्ष्यों को तेजी से हासिल कर सकता है। वही कहा कि 21वीं सदी में देश की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि उसने आने वाले वर्षों में अपने जनसांख्यिकीय लाभांश का कितना अच्छा उपयोग किया।