भारतीय सेना को बुधवार को आर्मी एविएशन कार्प्स के रूप में पहली महिला अधिकारी मिली है। कैप्टन अभिलाषा बराक यह कारनामा करने वाली पहली महिला लड़ाकू पायलट बनी हैं। उनके सेना की एविएशन कोर से जुड़ने के साथ सेना के लिए यह दिन ऐतिहासिक रहा। भारतीय सेना के मुताबिक अभिलाषा ने सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा कर लिया है जिसके बाद कॉम्बैट एविएटर के रूप में उन्हें आर्मी एविएशन कॉर्प्स में शामिल किया गया है।
अभिलाषा 36 सेना पायलट के साथ प्रतिष्ठित विंग से सम्मानित किया गया है। सेना के बताया कि 15 महिला अधिकारियों ने आर्मी एविएशन में शामिल होने की इच्छा जताई थी लेकिन केवल दो अधिकारियों का ही पायलट एप्टीट्यूड बैटरी टेस्ट और मेडिकल के बाद चयन हुआ।
जानें कौन अभिलाषा बराक- आपको बता दें कि अभिलाषा बराक हरियाणा की रहने वालीं हैं और रिटायर्ड कर्नल की बेटी हैं। बराक को सितंबर 2018 में आर्मी एयर डिफेंस कोर में कमीशन किया गया था। सेना ने कहा कि नासिक स्थित ट्रेनिंग स्कूल में एक विदाई समारोह में सेना के विमानन महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सूरी की ओर से उन्हें 36 पायलटों के साथ प्रतीक चिन्ह ‘विंग्स’ से सम्मानित किया गया।
Captain Abhilasha Barak becomes the First Woman Officer to join Army Aviation Corps as Combat Aviator after successful completion of training. She has been awarded the Coveted Wings along with 36 Army Pilot: Indian Army pic.twitter.com/GH1dAlbCCw
— ANI (@ANI) May 25, 2022
अधिकारियों ने कहा कि बराक को 2072 आर्मी एविएशन स्क्वाड्रन सेकेंड फ्लाइट को सौंपा गया है, जो कि ध्रुव एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर संचालित करता है। बता दें कि भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना में काफी लंबे समय से महिला अधिकारी हेलीकॉप्टर उड़ा रही हैं, सेना ने 2021 में इसकी शुरुआत की। आर्मी एविएशन में महिला अधिकारियों को अब तक केवल जमीनी कार्य ही सौंपा जाता था।
बराक उस समय सेना की पहली महिला लड़ाकू एविएटर बनीं, जब नेशनल डिफेंस एकेडमी ने जून 2022 में महिला कैडेटों के अपने पहले बैच को शामिल करने के लिए तैयार हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने अक्टूबर 2021 में एक ऐतिहासिक आदेश में महिलाओं के लिए अकादमी के दरवाजे खोल दिए। सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं को सेना में स्थाई कमीशन के लिए भी पात्र माना।