संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक उल्लेखनीय पहल करते हुए बहुभाषावाद पर भारत द्वारा पेश प्रस्ताव को पारित किया है। इसमें संयुक्त राष्ट्र के कामकाज में हिंदी व अन्य भाषाओं को भी बढ़ावा देने का पहली बार जिक्र किया गया है।
शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में पारित बहुभाषावाद संबंधी एक प्रस्ताव में पहली बार हिंदी भाषा का जिक्र किया गया। और भारत ने इस बात पर जोर दिया कि यह जरूरी है कि संयुक्त राष्ट्र सच्ची भावना से बहुभाषावाद को अंगीकार करे। अंडोरा की तरफ से 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया जिसका भारत समेत 80 से अधिक देशों ने अनुमोदन किया। प्रस्ताव में ‘‘बहुभाषावाद को संयुक्त राष्ट्र सचिवालय की गतिविधियों में न्यायसंगत आधार पर शामिल करने’’ की दिशा में उसकी जिम्मेदारी को रेखांकित किया गया है।
जिसमें -अरबी, चाइनीज, अंग्रेजी, फ्रेंच, रशियन और स्पेनिश के अलावा संयुक्त राष्ट्र के अनाधिकारिक भाषाओं के उपयोग के प्रयासों को रेखांकित करता है। विशिष्ट स्थानीय लक्षित श्रोताओं के साथ संवाद के लिए उचित होने पर इन भाषाओं के उपयोग की बात का प्रस्ताव है। प्रस्ताव में बहुभाषावाद को बढ़ावा देने के लिए आधिकारिक भाषाओं के अतिरिक्त पुर्तगाली, हिंदी, फारसी, बांग्ला और उर्दू आदि अनाधिकारिक भाषाओं में महासचिव के संदेशों तथा कुछ हालिया महत्वपूर्ण संप्रेषणों को रेखांकित करने के संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संचार विभाग के प्रयासों की सराहना की गयी है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने महासभा में सम्बोधित करते हुए कहा कि इस साल ‘‘पहली बार प्रस्ताव में हिंदी भाषा का उल्लेख है’’। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव में पहली बार बांग्ला और उर्दू भाषाओं का भी उल्लेख है। उन्होंने कहा, ‘‘यह आवश्यक है कि संयुक्त राष्ट्र में सच्ची भावना के साथ बहुभाषावाद को अपनाया जाए और भारत इस उद्देश्य की प्राप्ति में संयुक्त राष्ट्र का समर्थन करेगा।’’ तिरुमूर्ति ने इस बात पर जोर दिया कि बहुभाषावाद को संयुक्त राष्ट्र के बुनियादी मूल्यों में गिना जाता है। उन्होंने बहुभाषावाद को प्राथमिकता देने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रति आभार व्यक्त किया।
भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर रवींद्र ने संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संचार विभाग में उप निदेशक एवं प्रभारी अधिकारी मीता होसाली को इस बाबत चैक सौंपा था।भारतीय मिशन ने कहा था कि भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र में हिंदी के उपयोग को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। साल 2018 से संयुक्त राष्ट्र की वेबसाइट और ट्विटर, इंस्टाग्राम तथा फेसबुक पर उसके सोशल मीडिया खातों के माध्यम से हिंदी में संयुक्त राष्ट्र के समाचार प्रसारित किये जाते हैं। संयुक्त राष्ट्र समाचार का एक हिंदी ऑडियो बुलेटिन (यूएन रेडियो) हर सप्ताह जारी किया जाता है। संयुक्त राष्ट्र हिंदी न्यूज वेबसाइट पर इसका वेबलिंक उपलब्ध है।