प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घोषणा की है कि अगले डेढ़ साल में केंद्र द्वारा दस लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी। वर्तमान समय में केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों में करीब पौने नौ लाख रिक्तियां हैं। इनमें सबसे ज्यादा रिक्तियां ग्रुप ‘सी’ में आती हैं। ग्रुप ‘सी’ के खाली पदों की संख्या लगभग 85 फीसदी है। इसके बाद ग्रुप ‘बी’ का नंबर आता है। ग्रुप ‘ए’ की बात करें तो इसमें केवल तीन फीसदी कर्मी शामिल हैं। अन्य कर्मी ग्रुप ‘बी’ के अंतर्गत आते हैं। ग्रुप ‘बी’ व ‘सी’ की तैयारी कर रहे युवाओं की के लिए खुशखबरी है कि उन्हें 35 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक की सैलरी मिलेगी। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में एक लाख से ज्यादा रिक्तियां हैं। यहां पर एसआई से नीचे वाले पद ग्रुप ‘सी’ के तहत आते हैं। सिविल डिपार्टमेंट में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तुलना में वेतन कुछ कम रहता है।
आपको बताते चले कि साल 2020 में ग्रुप ‘सी’ के साढ़े सात लाख से ज्यादा पद रिक्त थे, जबकि ग्रुप ‘बी’ में करीब 96 हजार पद खाली पड़े थे। यहां पर अगर ग्रुप ‘ए’ को देखा जाए तो उसमें रिक्तियों की संख्या लगभग 22 हजार रही है। बीएमएस के महासचिव मुकेश सिंह का कहना है, केंद्र सरकार की रिक्तियों से युवाओं में खुशी की लहर है। युवा, कई साल से सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। ग्रुप ‘सी’ में क्लर्क, मल्टी टास्किंग स्टाफ, सहायक, एएसआई, हवलदार, स्टोरकीपर व खजांची जैसे कर्मचारी शामिल हैं। इनकी बेसिक सैलरी 18 हजार रुपये से शुरू होती है। भत्तों को मिलाकर उन्हें 30 से 35 हजार रुपये प्रति माह मिल जाते हैं। ग्रुप ‘बी’ श्रेणी में इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, सेक्शन अफसर, जूनियर इंजीनियर व अकाउंटेंट आदि कर्मचारी आते हैं। इनकी बेसिक सैलरी साढ़े 35 हजार रुपये होती है। अन्य भत्तों को मिलाकर इन्हें 50 से 55 हजार रुपये का मासिक वेतन मिल जाता है।