पूरी दुनिया में सबसे ऊंची मोटरेबल रोड का दर्जा लद्दाख के खारदुंग-ला पर बनी सड़क से छिन गया गया है। खारदुंग-ला पर बनी दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल रोड 18,380 फीट पर तैयार की गई थी। लेकिन अब पूरी दुनिया में इससे भी ऊंचे 19,300 फीट के उमलिंग-ला पर सीमा सड़क संगठन ने मोटरेबल रोड को बनाकर शुरू कर दिया है। हालांकि यह सड़क पिछले साल अगस्त में शुरू की गई थी, लेकिन कोविड प्रतिबंधों और फिर ज्यादा बर्फबारी के चलते पर्यटकों का आना नहीं हो पा रहा था। लेकिन इस साल उमलिंग-ला पर बनाई गई सड़क पर पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। तिब्बती भाषा में ‘ला’ को माउंटेन पास या दर्रा कहते हैं।
पूरी दुनिया में अभी तक 18,380 फीट वाले खारदुंग-ला पर बनाई गई सड़क को सबसे ऊंची मोटरेबल रोड के तौर पर माना जाता था। न सिर्फ अपने देश बल्कि दुनिया के ज्यादातर एडवेंचर पसंद करने वाले लोग खारदुंग-ला की सड़क पर दोपहिया और चार पहिया वाहनों से पहुंच कर खुशकिस्मत महसूस सफर करते थे। खारदुंग-ला पर बनाई गई सड़क चीन के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती रही है। क्योंकि सीमा सड़क संगठन ने इस सड़क के निर्माण के साथ भारत की चीन और पाकिस्तान से लगती हुई सीमाओं को सुरक्षा प्रदान की है। इस दृष्टिकोण से चीन की सीमा से लगते हुए उमलिंग-ला पर भी दुनिया की सबसे ऊंची सड़क बनाकर तैयार कर दी गई है।
यह सड़क आधिकारिक तौर पर पिछले साल अगस्त में शुरू की गई थी, लेकिन पर्यटकों का खारदुंग-ला या चांग-ला जैसे दर्रों पर बनाई गई मोटरेबल सड़क की तरह आना-जाना नहीं हो सका था। लद्दाख की दुर्गम पहाड़ियों पर होने वाले डेवलपमेंट की देखरेख और लोगों की जरूरतों को पूरा करने वाली लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल से जुड़े अधिकारी सोनम नोरबू कहते हैं कि सीमा सड़क संगठन ने पूर्वी लद्दाख के उमलिंग-ला पर 19,300 फीट से अधिक ऊंचाई पर वाहनों के लिए चलने लायक सड़क को तैयार किया है। वह कहते हैं कि यह सड़क हमारे देश को दुश्मन देशों से तो सुरक्षित करती ही है, साथ ही लद्दाख के लोगों के बेहतर जीवन यापन के लिए भी यह सड़क एक वरदान साबित हो रही है।
हिमालय की लद्दाख रेंज में अभी भी बहुत से ऐसे इलाके हैं, जो सड़कों से लेह और अन्य शहरों से पूरी तरीके से कटे हुए हैं। इसकी मुख्य वजह भौगोलिक परिस्थितियां ही हैं। दरअसल ऊंचे दर्रों वाले पूरे लद्दाख में आबादी तो छिटकी हुई बसी है। लेकिन उस आबादी को सड़क मार्ग से लद्दाख की हिमालयन श्रृंखलाओं में बसे कस्बों से जोड़ना बड़ी चुनौती माना जाता रहा है। सीमा सड़क संगठन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक इसी चुनौती को पूरा करना ही उनके संगठन का मुख्य उद्देश्य है। यही वजह है कि पूरी दुनिया में सबसे ऊंची सड़क उमलिंग-ला पर बनाकर न सिर्फ लद्दाख के पूर्वी इलाके के कस्बों को जोड़ा गया है, बल्कि सैन्य दृष्टिकोण से बनाए गए दुनिया के सबसे ऊंचे सड़क मार्ग से देश की सीमा की सुरक्षा और मजबूत हुई है। उमलिंग-ला पर बनाई गई 52 किलोमीटर लंबी सड़क से पूर्वी लद्दाख के चुमार सेक्टर स्थित कई कस्बे आपस में जुड़ गए हैं। साल के ज्यादातर महीनों में उमलिंग-ला बर्फ से ढका रहता है। बावजूद इसके बनाई गई इस सड़क से चिसुमले और डेमचोक जैसे आबादी वाले इलाके सीधे जुड़ गए हैं।