वर्तमान समय में देश में तीन चुनावों को लेकर काफी चर्चा है। जिसमें विधानसभा चुनाव गुजरात, हिमाचल प्रदेश, दूसरा राज्यसभा और राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति चुनाव। राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। इसको लेकर सियासी गलियारे में हलचल काफी तेज है।
राज्यसभा के तुरंत बाद राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है। लोकसभा, राज्यसभा और अलग-अलग विधानसभा में सदस्यों के आंकड़ों को देखें तो भाजपा काफी मजबूत स्थिति में है। ऐसे में हर किसी की नजर भाजपा के संभावित उम्मीदवार पर टिकी है। कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
देश की राजनीति पर अच्छी पकड़ रखने वाले प्रो. अजय कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष ‘2014 के बाद से भाजपा वही कर रही है, जो किसी ने आज तक सोचा भी नहीं । जैसे 2017 में अचानक से रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति और वैंकैया नायडू को उपराष्ट्रपति चुना गया। उस वक्त तक इन दोनों नाम पर कोई चर्चा नहीं थी। इस बार भी कुछ ऐसा ही हो सकता है।’
प्रो. अजय आगे कहते हैं, ‘वर्तमान में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश के दलित और उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू आंध्र प्रदेश के कायस्थ परिवार से आते हैं। जिस वक्त रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बनाए गए थे, उस वक्त वह बिहार के राज्यपाल भी थे। ऐसे में अभी के हालात को देखते हुए तीन वर्ग से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार उतारा जा सकता है।’