उत्तराखंड में कारतूस कांड पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने लिया संज्ञान! भाई के बचाव में उतरे प्रमोद नैनवाल, कांग्रेस हुई हमलावर

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उत्तराखंड में लचर कानून व्यवस्था के मुद्दों को लेकर विपक्ष के निशाने पर आयी भाजपा सरकार अब भारत नेपाल बार्डर पर पकड़े गये सत्तासीन दल के विधायक के भाई को लेकर चौतरफा घिर गई है। रानीखेत के विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैलवाल के पास भारत-नेपाल सीमा पर कारतूस मिलने के बाद अब प्रदेश की सियासत गरमा गई है। इस मामले को लेकर जहां कांग्रेस पार्टी के आला नेता भाजपा पर हमलावर हो गए हैं। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच निष्पक्षता से हो रही है तभी आगे कुछ कहा जायेगा।

वहीं रानीखेत के विधायक और उनके भाई पूरी तरह बचाव की मुद्रा में आ गए हैं। विधायक रानीखेत डॉ. प्रमोद नैनवाल ने शोसल मीडिया पर एक अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अपने भाई का बचाव किया है। उन्होंने बताया कि उनके भाई का परिवार अलग रहता है। जबकि मेरा भाई ए क्लास का कांट्रेक्टर है। मजदूरों को लाने के लिए वह इधर-उधर जाते रहते हैं। भूलवश उनके बैग में उनके लाइसेंसी पिस्टल की गोलियां रह गई। फिर भी कोई शंका है तो पुलिस मामले की जांच कर रही है। विधायक के भाई सतीश नैलवाल के अनुसार कुछ लोग मुझे जानबूझकर फंसाने का प्रयास कर रहे हैं। मैं मजदूरों को लेने गया था। जल्दीबाजी में मैं अपने बैग से अपनी लाइसेंसी पिस्टल की गोलियां निकालना भूल गया। लाइसेंस और कारतूस से संबंधित दस्तावेज पुलिस के सामने पेश किए जाएंगे। रानीखेत के विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश और उनके ड्राइवर दिनेश चंद्र को बनबसा में एसएसबी ने 7.65 एमएम के 40 कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद एसएसबी ने यह मामला बनबसा पुलिस के सुपुर्द किया था। जहां से पुलिस ने नोटिस देकर आरोपियों को छोड़ दिया और लाइसेंस दिखाने की मोहलत दी थी।

इस मामले के सामने आने के बाद अब कांग्रेस पार्टी हमलावर हो गई है।डिफेंस कॉलोनी स्थित अपने निवास स्थान पर प्रेस कान्फें्रस में पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि सत्तारूढ़ दल से जुड़े नजदीकी व्यक्ति का इस तरह से बार्डर पर कारतूस के साथ पकड़ा जाना, गंभीर मामला है। यह देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ा मामला है। इस माले पर कांग्रेस राज्यपाल से हस्तक्षेप करने की गुहार लगायेगी। नेपाल की ओर से इस मामले में वहां के स्थानीय प्रशासन को पहले ही इनपुट दिया जा चुका था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरे मामले में नजर बनाए हुए है, जरूरत पड़ी तो राजभवन में दस्तक दी जाएगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि विधायक के भाई के पकड़े जाने के बाद अब सरकार के दबाव में उन्हें लाइसेंस व अन्य दस्तावेज दिखाने का समय दिया गया है। ऐसे तो कोई भी कारतूस अथवा हथियार लेकर एक से दूसरे देश चला जाएगा और सीमा पर पकड़े जाने के बाद भी लाइसेंस दिखाने की बात कहकर छूट जाएगा। लाइसेंसी हथियार को तो दो-तीन राज्यों तक ही ले जाने की अनुमति मिलती है लेकिन विधायक के भाई को कारतूस लेकर सीमा लांघ कर दूसरे देश में जाने की फिराक में थे। जो समझ से परे है। नेता प्रतिपक्ष ने चितां व्यक्त करते हुए एक बयान में विधायक नैनवाल के भाई के पास कारतूस मिलने के मामले में सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट कर पूरे मामले में सरकार को घेरने का प्रयास किया है। आर्य ने कहा है कि प्रदेश में रक्षक ही भक्षक बन गए हैं। विधायक के भाई और उनके ड्राइवर का कारतूसों के साथ पकड़ा जाना काफी चिंताजनक है। अब देखना होगा कि सरकार क्या कार्रवाई करती है।

 


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