मुजफ्फरपुर: राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा है कि नीतीश को कोई काम नहीं है। अब वह खुद कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री के रूप में काम करने में उनकी कोई रुचि नहीं है। लोगों ने उन्हें जो काम सौंपा है, उसमें नीतीश का मन नहीं लग रहा है।
कुशवाहा ने कहा कि अब आदमी को कोई काम चाहिए। टाइम पास करने के लिए वे कभी इस राज्य तो कभी उस राज्य में जा रहे हैं। उनकी इस कोशिश का कोई अर्थ नहीं है। किसी के कहने से विपक्ष एकजुट हो जाता तो यह कब का हो चुका होता। वह बुधवार को आचार संहिता उल्लंघन मामले में विशेष कोर्ट में पेशी के बाद कचहरी परिसर में संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
कर्नाटक चुनाव का देश व बिहार में कोई असर नहीं
कर्नाटक चुनाव में भाजपा की हार व कांग्रेस की भारी जीत का बिहार एवं देश के चुनाव पर पड़ने वाले प्रभाव को उन्होंने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक व बिहार के चुनाव में कोई संबंध नहीं है। कर्नाटक चुनाव के आधार पर बिहार के चुनाव का आकलन करने का कोई तुक ही नहीं। लोकसभा चुनाव तो इससे अलग प्रकृति का होता है। अपनी तैयारी को लेकर उन्होंने बताया कि जो लोग बिहार में 2005 से पहले की स्थिति लाना चाह रहे हैं। उनके मंसूबे को सफल नहीं होने देना है।
बाबा बागेश्वर के हिंदू राष्ट्र से इत्तेफाक नहीं
बाबा बागेश्वर के हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना पर उन्होंने कहा इसका कोई अर्थ नहीं है। हमारे देश का संविधान धर्म निरपेक्ष है। राज्य का अपना कोई धर्म नहीं होगा। संविधान कहता है कि धर्म के आधार पर किसी से भेदभाव नहीं किया जाएगा। धर्म निरपेक्षता हमारे संविधान की मूल आत्मा है। इससे इतर कोई बात नहीं हो रही है। अगर कोई ऐसी बात कर कर रहा है तो उसका कोई अर्थ नहीं।
विकास की जगह मांस-भात भोज की बात अनर्गल
जदयू सांसद ललन सिंह की ओर से मांस-भात के भोज की चर्चा को उन्होंने अनर्गल बताया। उन्होंने कहा कि इसके बदले राज्य की विकास की चर्चा होनी चाहिए। चर्चा रोजगार,सड़क बिजली, पानी, उद्योग और अमन चैन के बारे में होना चाहिए। उन्होंने बुधवार को पटना के मिलर हाइस्कूल के सामने से एक छात्र के अपहरण की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि चर्चा आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए होना चाहिए।