खटीमा नगर के जादौपुर गांव में बंधक बनाकर लाठी-डंडों और सरिया से पीट-पीटकर एक युवक की हत्या कर दी गई। पुलिस ने गांव की ही एक महिला समेत तीन लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जादौपुर निवासी कमलजीत सिंह ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि गांव के ही कृष्ण सिंह और सुमित उसके भाई अनिल सिंह पुत्र जगत सिंह से रंजिश रखते थे। कुछ समय पहले भी आरोपियों ने उसके भाई के साथ मारपीट की थी, जिसे गांव की पंचायत ने सुलझा दिया था। शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे कृष्ण और सुमित ने गांव की एक महिला सुंदरवती से फोन करवाकर उसके भाई को घर बुलाया था। फोन आने के बाद उसका भाई सुंदरवती के घर चला गया। वहां पहले से मौजूद सूरज और कृष्ण ने उक्त महिला और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उसके भाई के हाथ-पैर बांधकर बंधक लिया और फिर उसे लाठी-डंडों और सरिया से पीटा।
इसके बाद रात करीब 10:30 बजे उनके मौसा के मोबाइल पर फोन आया कि हमने अपना काम कर दिया है, तुम अनिल को आकर ले जाओ। कमलजीत ने बताया कि जब वह और उसकी मां आरोपी महिला के घर पहुंचे तो वहां अनिल मरणासन्न अवस्था में था। उन्होंने विरोध किया तो आरोपी जान से मारने की धमकी देकर वहां से चले गए। देर रात अनिल को एक निजी अस्पताल लाया गया, जहां से उसे खटीमा उप जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने कमलजीत की तहरीर पर जादौपुर निवासी कृष्ण सिंह, सुमित सिंह और सुंदरवती के विरुद्ध बीएनएस 103(1) बीएनएस 127 (2), बीएनएस 3 (5 ) और बीएनएस 351 (2) के तहत केस दर्ज कर लिया है। सीओ विमल रावत ने बताया कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। अनिल की मौत से परिवार में मातम छा गया है। परिजन दिवाली के बाद उसकी सगाई की तैयारियां कर रहे थे, लेकिन इससे पहले ही खुशियां मातम में बदल गईं। अनिल की मौत से मां और बड़े भाई का रो-रोकर बुरा हाल है। अनिल के बड़े भाई कमल ने बताया कि दोनों भाई मजदूरी करते थे। दिवाली के बाद अनिल की सगाई होने वाली थी। उसका नेपाल में विवाह तय हुआ है। विवाह की तैयारियां हो चुकी थीं लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। कमल ने बताया कि बचपन में ही उनके पिता का निधन हो गया था। उनकी मौत के बाद मां लाजवंती ने मजदूरी कर दोनों को पाला था। इधर, छोटे बेटे की मौत से मां लाजवंती का बुरा हाल था। कई बार वह राेते-रोते बेहोश हो गई। परिजनों ने बताया कि अनिल शुक्रवार शाम को मजदूरी कर घर लौटा था। भोजन करने के बाद वह सोने की तैयारी कर रहा था, तभी उसके मोबाइल पर किसी महिला का फोन आया, तो वह चला गया। उसके बाद रात करीब साढ़े 10 बजे आरोपियों ने अनिल के मोबाइल से परिजनों को सूचना देकर उसे ले जाने को कहा था। अनिल की हत्या के बाद से आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस टीमें लगातार दबिशें दे रही हैं। सीओ विमल रावत ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। इधर, पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया।