आजकल के लोग जमीन पर बैठकर खाने को आउटडेटेड समझते हैं। भागती दौड़ती जीवनशैली में किसी के पास इतना समय नहीं है कि वह आराम से बैठकर खाना खा सके। जमीन पर बैठकर खाना खाते हैं तो शरीर को कई फायदे मिलते है।जमीन पर बैठकर खाने से कूल्हे के जोड़, घुटने और टखने लचीले बनते हैं। इस लचीलेपन से जोड़ों की चिकनाई बनी रहती है।जो आगे चलकर उठने-बैठने की दिक्कत को आने नहीं देती।
जब नीचे बैठकर खाना खाते हैं तो जिन दो पोज़िशन में बैठते हैं वो या तो सुखासन होती है या पदमासन। ये दोनों आसन पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं। भोजन करते वक्त मन शांत होना चाहिए और आसन भी सही होना चाहिए तब ही खाना अच्छे से पच पाता है। इंसान जीवन में उलझनों की वजह से खाने की ओर ध्यान देना भूल जाता है। इसका नतीजा यह होता है कि खाना अच्छे से पच ही नहीं पाता है। कई बीमारियों के शिकार भी हो सकते हैं,लेकिन अगर आप जमीन पर पैरों को क्रॉस करके बैठकर खाना खाते हैं तो इससे आपके शरीर को कई फायदे मिलते हैं।
बैठकर खाने की आदत बॉडी-पोश्चर को ठीक रखती है और इससे मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती है। इस तरह बैठने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक होता है, जिससे हार्ट को कम मेहनत करनी पड़ती है। खाने को जितना चबाकर खाया जाए सेहत के लिए उतना ही अच्छा होता है।
हड्डियों में दर्द की शिकायत दूर होती है- जमीन पर बैठकर खाना खाने से आपकी रीढ़ की हड्डी और गर्दन दोनों स्ट्रेट रहते हैं जिसके वजह से आपकी शरीर और दिमाग दोनों शांत हो जाते हैं।
विकास पाठक
संपादक