भारत निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में लागू की आचार संहिता,आचार संहिता के दौरान रखें इन बातों का ध्यान

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उत्‍तर प्रदेश, उत्‍तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव की तारीखों  का ऐलान हो गया है। भारत निर्वाचन आयोग के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते ही आदर्श आचार संहिता  लागू हो गई। इस दौरान सरकारी मशीनरी एक तरह से चुनाव आयोग के नियंत्रण में रहेगी। मतदान और मतगणना के बाद नतीजों की आधिकारिक घोषणा के साथ ही आचार संहिता हट जाती है

अब राजनीतिक पार्टियों द्वारा सार्वजनिक धन के प्रयोग पर रोक लग गई है। जिससे सार्वजनिक धन का प्रयोग कर राजनीतिक पार्टियां चुनाव में फायदा न उठा सकें व निष्पक्ष चुनाव कराया जा सके। आचार संहिता लागू होने के बाद कोई भी राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए सरकारी गाड़ी, सरकारी विमान, सरकारी घर, सरकारी इमारतों का प्रयोग नहीं कर सकती है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग के मुख्यआयुक्त सुशील चन्द्रा ने चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है। चुनाव आयोग के तय कार्यक्रम के अनुसार उत्तराखंड में चुनाव एक चरण में संपन्न होगा। चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में 7 चरणों में चुनाव होगा। शुरुआत 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश से होगी।

सभी राज्यों के चुनावों के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च तक मतदान होगा। वहीं पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को मतदान होगा। मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान होगा। चुनाव आयोग ने कहा कि कोरोना के बीच 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में सख्त प्रोटोकॉल का पालन राया जाएगा। उत्तराखंड में वर्तमान सरकार का कार्यकाल 21 मार्च को खत्म हो रहा है।

आचार संहिता लागू होने के बाद संबंधित क्षेत्र में राजनीतिक दलों व राजनेताओं को कुछ खास नियमों का पालन करना होता है। इन नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होती है। अगर आचार संहिता का उल्लंघन किया जाता है तो इलेक्शन कमीशन संबंधित अधिकारी को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश देता है।


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