पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर असदुद्दीन ओवैसी ने कसा तंज! बोल दी ये गहरी बात

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विपक्षी एकता की पटना में नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री आवास पर जो बैठक हुई वो आज देश की सियासी हवा को गर्म कर गई। बैठक में सभी अपने-अपने निहित स्वार्थ को लेकर पहुंचे ये बात तो जाहिर थी। लेकिन इस बीच सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का स्टैंड। उन्होंने कांग्रेस का केंद्र सरकार के अध्यादेश के विरुद्ध समर्थन मांगा लेकिन इसपर कांग्रेस ने उन्हें दो टूक जवाब दिया। लेकिन इस बीच मीटिंग में शामिल न होने वाले दलों की भी प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए, विपक्षी दलों को भी अपना ट्रैक रिकॉर्ड देखने की नसीहत दे डाली। ओवैसी ने आगे कहा कि इस स्थिति में दो ही उर्दू शेर याद आते हैं. पहला इब्तिदा ए-इश्क है रोता है क्या आगे-आगे देखिए होता है क्या. हनूज़ दिल्ली दूर अस्त..

हैदराबाद से AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”मैं ये बिलकुल भी नहीं चाहता कि चाहता कि नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बने, लेकिन बैठक में गए नेताओं का पिछला रिकॉर्ड क्या है? ये बात कौन नहीं जनता जो दल (बीजेपी-कांग्रेस) आपस में लड़ रहे हैं वही सत्ता में रहे हैं। ये सिर्फ सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार रेल मंत्री थे जब गोधरा हुआ, उस समय भी उन्होंने भाजपा का साथ नहीं छोड़ा। नीतीश कुमार सीएम बन सके क्योंकि वो भाजपा के साथ थे। फिर महागठबंधन बनाकर बीजेपी के साथ आए और अब फिर बीजेपी से अलग चल रहे हैं।”

 

इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि शिवसेना अब सेक्यूलर पार्टी के रूप में खुद को दिखा रही है। लेकिन मैं ये जनता हूं कि यह वो ही उद्धव ठाकरे हैं जिन्होंने कि मुख्यमंत्री रहते हुए विधानसभा में कहा था कि उन्हें बाबरी मस्जिद गिराने पर वो बेहद ही गौरवान्वित महसूस करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर भी जोरदार निशान साधा, ओवैसी ने कहा सीएम केजरीवाल वही हैं जिन्होंने लोकसभा के अंदर 370 हटाए जाने का समर्थन किया था।


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