उत्तरकाशी। 10 मई से आरम्भ होने वाली चारधाम यात्रा में सरकार के सीमित संख्या में श्रद्धालुओं के ऑनलाइन पंजीकरण का फैसले के विरोध हो रहा है। होटल और बस एसोसिएशन ने इसे सरकार का तुगलकी फरमान बताया है। होटल एसो. ने कहा कि सरकार के इस आदेश में कई खामियां है, जिस वजह से सभी श्रद्धालुओं को अनावश्यक परेशानी हो रही है तथा रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहे हैं। गंगा घाटी में 11000 व यमुनोत्री में 9000 यात्रियों की संख्या को सीमित किया गया है। सरकार का कहना है कि पर्याप्त आवासीय व्यवस्था के ना होने के कारण यह व्यवस्था की जा रही है। कहा कि सरकार को रोड़, बिजली, पानी, कानून व्यवस्था और सुविधाओं को देखना है न कि आवासीय व्यवस्था का। गंगोत्री एवं यमनौत्री मे इस समय प्रतिदिन लगभग 60 हजार लोगों की व्यवस्था है पर सरकार यहां के व्यवसायियों के हकों पर डाका डाल रही है। यहां की पूरी अर्थव्यवस्था चारधाम यात्रा पर जुड़ी हुई है। ऐसे मे बैंक की किस्त निकालना भी मुश्किल हो जायेगा। अगर सरकार यह फैसला वापस नही लेती है तो गंगोत्री एवं यमनोत्री के कपाट खुलने के दिन दोनों धामों सहित पूरे जनपद के होटल बन्द रहेंगे।
Vikas Pathak
Editor