नैनीताल ::-शरीर को स्वस्थ रखने और सुंदर दिखाने के लिए लोग जितनी मेहनत करते हैं,कई बार उतनी ही लापरवाही दांतों की देखभाल करने में दिखा देते हैं। किसी भी स्वस्थ व्यक्ति के मुंह में प्रतिदिन 1000 से 1500 मिलीलीटर लार बनती है जो दांतों को हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने में और भोजन को पचाने का कार्य होता है। इसके साथ कैविटी से भी छुटकारा दिलाता है। दांत बाहर से बहुत सख्त और अंदर से नरम होते हैं। यह पूरे शरीर का सबसे कठोर हिस्सा होता है।
दांतों से जुड़ी परेशानियां किसी उम्र विशेष से जुड़ी हुई नहीं होती हैं. इनका खास ध्यान न रखा जाए तो बच्चों और बड़ों, किसी को भी इनसे जुड़ी दिक्कतों से जूझना पड़ सकता है। नियमित रूप से अपने दांतों का चेकअप करना दांतों की देखभाल के लिए बहुत जरूरी है। दांतों में दर्द, सड़न, सेंसिटिविटी होने तक का इंतज़ार नहीं करना चाहिए। साल में एक बार डेंटिस्ट से चेकअप कराएं।
ट्रीटमेंट कुछ भी हो लेकिन अगर डेंटिस्ट ने फिर से चेकअप के लिए कहा है तो जरूर कराएं। अगर रूट कैनाल, दांत निकलवाना,मसूड़ों की सर्जरी जैसी स्थिति में घाव भरते और कंडिशन के पूरी तरह से नॉर्मल होते वक्त लगता है इसलिए रेग्युलर चेकअप करें। बिना डॉ. की परामर्श के दवा न खाये,दांत, मुंह या शरीर के किसी भी हिस्से में कोई परेशानी हो तो डॉक्टर के पास जाए।
दांतों को 2 से 3 बार साफ किया जाए। दांतों को ज्यादा बार और तेज ब्रश करने से दांतों की ऊपरी परत इनेमल कमजोर हो जाती है। इससे दांतों की जड़े दिखने लगाती हैं। मुलायम ब्रश से दांतों की ऊपरी और भीतरी दोनों की तरफ सफाई करें। मुंह के हर कोने तक पहुंचने की कोशिश करें। 3-4 महीने में ब्रश जरूर बदल दें। मुंह के कीटाणु रहित रखने के लिए रात में सोने से पहले एंटीसेप्टिक माउथवॉश से एक बार कुल्ला कर लेना चाहिए।
अधिक मात्रा में मीठे और चिपकने वाली चीजें से दांतों में सड़न पैदा होने लगाती है। विटामिन C और विटामिन D दोनों ही दांतों के लिए बहुत फायदेमेंद हैं। विटामिन C स्वस्थ्य मसूड़ों के लिए जरुरी हैं।।