दीपावली के दिन दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय की इमरजेंसी में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अलर्ट रहने के निर्देश दिए। दीपावली पर्व में आतिशबाजी के चलते जलने की घटनाएं अक्सर बढ़ जाती हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए अस्पताल प्रशासन ने सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों की रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगाई है। अस्पताल के सभी स्पेशलिस्ट चिकित्सकों और स्टाफ को 24 घंटे अलर्ट रहने को कहा गया है।
बर्न के केस आने की स्थिति में प्लास्टिक सर्जन की भी ड्यूटी लगाई गई है। अस्पताल के डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर धनंजय डोभाल का कहना है कि पिछली बार की तुलना में इस बार अस्पताल बेहतर स्थिति में है, क्योंकि हाल ही में अस्पताल में प्लास्टिक सर्जन ने ज्वाइन किया है। उन्हीं के अंडर में पांच बेड आईसीयू और सात बेड नॉन आईसीयू रन किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि दीपावली के दिन आंखों, चर्म रोग विशेषज्ञ, प्लास्टिक सर्जन, जनरल सर्जन, ऑर्थोपेडिक सर्जन रोस्टर के हिसाब से ड्यूटियां लगाई जा रही हैं। डॉ धनंजय ने बताया कि आतिशबाजी के चलते जलने की घटनाओं को देखते हुए आपातकालीन विभाग को पर्याप्त मात्रा में औषधियां रखने को कहा गया है। इसके अलावा किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए बर्न वार्ड और आईसीयू में भी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। इसके साथ ही सभी डॉक्टरों को कहा गया है कि किसी भी मरीज को प्राथमिक उपचार के बगैर ना भेजा जाए। दून अस्पताल प्रशासन ने जिला अस्पताल से आग्रह किया है कि दून अस्पताल की इमरजेंसी में लिमिटेड मरीजों का ही उपचार किया जा सकता है। ऐसी दशा में जिला अस्पताल दीपावली के दिन बर्न के मामलों को हैंडल करें, ताकि दून अस्पताल में मरीजों का दबाव न पड़ पाए।