उत्तराखण्ड: गोबर से अब दीया व धूपबत्ती के बाद मूर्तियां भी हो रहीं तैयार! पीएम मोदी से है कनेक्शन

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उत्तराखण्ड में इको फ्रेंडली गोमाता के गोबर के उत्पाद धूम मचाने को तैयार हैं। वहीं इस बार गोबर से बनी राखियां भी बाजार में उतर रहीं हैं। अल्मोड़ा के भिकियासैंण के युवक ने युवती के साथ मिलकर गोबर के कई उत्पाद बना रहे हैं। इस बार उन्होंने राखियां भी बना डाली। अब इन राखियों को जल्द ही बाजार मिलेगा। जिसके बाद वह सीधे आम नागरिकों को मिल सकेगा।

अल्मोड़ा के भिकियासैंण निवासी लकी असनौड़ा पुत्र दामोदर असनौड़ा ने मथुरा निवासी सोनिया शर्मा पुत्री डा. अशोक शर्मा के साथ मिलकर गाय के गोबर से तमाम प्रयोग किए। एक साल की मेहनत के बाद उन्होंने सत्य सात्विक कंपनी की शुरुआत की। यहां गाय के गोबर से कई उत्पाद बनाए गए। साथ ही युवाओं को निशुल्क प्रशिक्षण भी दिया गया। कंपनी में युवाओं को आर्ट क्राफ्ट भी सिखाया जा रहा है। यहां गाय के गोबर से धूपबत्ती, साबुन, मूर्तियां, घर सजावट सामग्री भी बनाई जाती हैं। इस बार यहां गोबर और बीज से निर्मित राखियां भी बनाई जा रही हैं। कंपनी के माध्यम से आठ युवतियों को रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। पिछले वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी यहां से बनी गणेश भगवान की मूर्ति भेंट की गई थी। इको फ्रेंडली यह राखियां सिर्फ 15 से 25 रुपये में उपलब्ध हो सकेंगी। राखियो को पूरे देश में पसंद किया जा रहा है। पानीपत, आगरा, लखनऊ, मुंबई, दिल्ली, देहरादून आदि से ऑर्डर भी आ रहे हैं।


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