नई दिल्ली। मथुरा ट्रेन हादसे के मामले में रेलवे ने चार अधिकारियों की टीम का गठन किया है। जो जल्द ही रिपोर्ट सौंप देगी। फिलहाल रेलवे ने लोकोपायलट समेत पांच कर्मियों को निलंबित कर दिया है। रेलवे की इंटरनल जांच में स्टाफ के नशे में होने बात सामने आयी है। इस संबंध में नार्दन सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ ने टीम ने जांच शुरू कर दी है।
शकूरबस्ती-मथुरा मेमू (04446) के मंगलवार रात मथुरा जंक्शन के प्लेटफॉर्म चढ़ गयी है। दुर्घटना को लेकर आई एक इंटरनल रिपोर्ट में पाया गया कि नशे में धुत्त सहायक ने ड्राइविंग कैब में इंजन के थ्रॉटल पर अपना बैग रखा था, जिसके कारण दुर्घटना हुई। सहायक मोबाइल पर इतना व्यस्त था कि उसका ध्यान थ्रॉटल पर नहीं गया। थ्रॉटल से ट्रेन की स्पीड बढ़ गई और वह प्लेटफॉर्म पर चढ़ गई।
एनसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि चार अधिकारियों की टीम जांच कर रही है। फिलहाल लोकोपायलट समेत पांच कर्मियों को निलंबित कर दिया है। नशे की बात पर उन्होंने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा। इसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
प्रारंभिक संयुक्त रिपोर्ट में पाया गया कि सहायक सचिन कुमार को ड्राइविंग ट्रेलर कोच (डीटीसी) में कैब की चाबी लेने के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि वह नशे में था और लगातार मोबाइल फोन देख रहा था। सीसीटीवी में इसकी पुष्टि हो रही है। इस वजह से अपना बैग इंजन के थ्रॉटल पर रख दिया। जिससे प्लेटफॉर्म नंबर-2 को तोड़ते हुए 30 मीटर ऊपर चढ़ गयी और बिजली के पोल से टकराने के बाद रुकी।