नई दिल्ली। नए साल के पहले दिन आज सोमवार को इसरो ने एक और इतिहास रच दिया। इसरो ने अपने पहले एक्स-रे पोलरिमीटर सैटेलाइट को लॉन्च कर दिया है। यह भारत का पहला पोलारिमीटर मिशन होगा। इससे पहले 2021 में नासा ने इमेजिंग एक्स-रे पोलारिमेट्री एक्सप्लोरर (IXPE) लॉन्च किया था। उस मिशन के बाद यह दुनिया का दूसरा ऐसा मिशन है। इस मिशन पर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर की नजरें टिकी हुई हैं। यह मिशन इसलिए भी खास है क्योंकि इससे एक्सपोसैट एक्स-रे सोर्स के रहस्यों का पता लगाने और ‘ब्लैक होल’ की रहस्यमयी दुनिया का अध्ययन करने में मदद करेगा। इसरो के मुताबिक XPoSat मिशन को इसरो के भरोसेमंद लॉन्च व्हीकल PSLV से 1 जनवरी को सुबह सुबह 9:10 बजे लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन के जरिए सुपरनोवा विस्फोटों जैसे ब्रह्मांड के अनसुलझे रहस्यों को उजागर करने में मदद मिलेगी। इसका मुख्य उद्देश्य प्रकाश और ऊर्जा के स्त्रोत को सुलझाने में किया जाएगा। इस सैटेलाइट को पृथ्वी से 650 किमी की निचली कक्षा में स्थापित किया जाएगा। यह सैटेलाइट करीब 5 साल कर काम करेगी। इसमें लगे 2 पेलोड को बेंगलुरु स्थित रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट (RRI) और इसरो के यू आर राव सैटेलाइट सेंटर (URSC) में विकसित किया गया है।