7 माह के बच्चे के पेट में 8 माह का भ्रूण, चौंक गये डाक्टर।

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7 माह के बच्चे के पेट में 8 माह का भ्रूण प्रयागराज में एक चौकाने वाला  मामला  यहां 7 महीने के बच्चे के पेट से 2 KG का भ्रूण निकाला। डॉक्टरों ने 4 घंटे ऑपरेशन कर भ्रूण को निकाला। बच्चा अभी सुरक्षित है और डॉक्टरों की निगरानी में है। ऑपरेशन के वक्त बच्चे का वजन 8 किलो था। सात माह के बच्चे के पेट से डॉक्टरों ने आपरेशन करके 8 माह का  भ्रूण निकला।  बच्चे का पेट पैदा होने के बाद से ही बढ़ता ही जा रहा था।
यह बच्चा प्रतापगढ़ जिले के कुंडा में रहने वाले संदीप शुक्ला का है । उनकी एक  संतान पहले से ही है  करीब सात महीने पहले  उनकी पत्नी ने दूसरे बेटे को जन्म दिया, लेकिन उसकी मृत्यु  हो गई।छोटे बच्चे मनु का जन्म से ही पेट बड़ा मालूम पड़ता था  इसे लेकर संदीप ने पहले कुंडा के डॉक्टरों को दिखाया और ठीक न होने पर लखनऊ जाके जांच कराई वहां के डॉक्टरों को दिखाया किन्तु रहत न मिलने पर डॉक्टरों  ने अनेक प्रकार की जांच लिख दी परन्तु संदीप आर्थिक स्थिति ख़राब होने के कारण नहीं करा पाए। संदीप की पत्नी दिव्यांग हैं दोनों बच्चों को संदीप बहुत मुश्किल से संभल रहे थे परन्तु   दिन बा दिन बच्चे की तबियत नाजुक होती जा रही थी अब बच्चे को सांस लेने में भी दिक्कत आ रही थी बच्चा ठीक से खा पी भी नहीं पा रही था और उसको सांस लेने में भी तकलीफ आ रही थी कुछ न खा पाने की वजह से बच्चे का वजन कम हो गया किन्तु पेट ज्यों का त्यों रहा।
आपने आस पड़ोस और मित्रों की सलहा लिए संदीप एक हफ्ते पहले मनु को सरोजनी नायडू बाल चिकित्सालय (चिल्ड्रेन अस्पताल) दिखाने पहुंचे। डॉक्टरों को बच्चे के पेट में ट्यूमर होने की आशंका हुई। उसका अस्पताल में सीटी स्कैन कराने से पता लगा कि बच्चे के पेट में भ्रूण है। इसके बाद शुक्रवार को डॉ. डी कुमार, डॉ. नीतू और डॉ. अरविंद यादव की टीम ने चार घंटे तक ऑपरेशन करके बच्चे के पेट से भ्रूण को निकाला और ऑपरेशन में  सफल रहे।  डॉ. कुमार के मुताबिक बच्चा पूरी तरह सुरक्षित है। वह डॉक्टरों की  निगरानी में है। उसे अस्पताल के पीकू वार्ड में भर्ती कराया गया है।
18वीं शताब्दी से ही फीटस इन फीटू के केसेस सामने आते रहे हैं, जिसमें बच्चे के पेट में बच्चा पाया गया है माह भर  के बच्चे के पेट से अविकसित भ्रूण निकलना । इस तरह की समस्या को चिकित्सकीय भाषा में फीटस इन फिटू कहा जाता है। आईये जानते हैं क्या  होता है  फीटस इन फिटू?
बच्चे के पेट में अविकसित   भूर्ण निकलने को फ़ीटस इन  फिटू कहा जाता है जिसे आम भाषा में भूर्ण में भूर्ण होना भी कहते हैं।
भ्रूण में भ्रूण क्या है?
भ्रूण-में-भ्रूण (एफआईएफ) मोनोकोरियोनिक, डायनामियोटिक जुड़वाँ की एक अत्यंत दुर्लभ विसंगति है जिसमें एक विकृत भ्रूण विकास के दौरान अपने सामान्य भाई-बहन के शरीर में रहता है। यह 500,000 जीवित जन्मों में से लगभग 1 में होता है।
भ्रूण में भ्रूण का पता कैसे लगाया जाता है?
प्रसव पूर्व अल्ट्रासाउंड द्वारा भ्रूण में भ्रूण का पता लगाया जा सकता है। यह आम तौर पर बच्चे के पेट के अंदर स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाली सीमाओं के साथ एक जटिल द्रव्यमान के रूप में दिखाई देता है। आम तौर पर, द्रव्यमान में ठोस तत्वों या हड्डी संरचनाओं के साथ तरल पदार्थ से भरी थैली होती है। द्रव्यमान के अंदर कैल्सीफिकेशन भी हो सकता है।

       

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