प्यार के खातिर फरहाना बनी सरस्वती, अब परिजनों से बताया जान का खतरा।

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जहां आजकल हिन्दू  मुस्लिम में कट्टरता देखने मिल  रही है उसी बिच बरेली में एक युवती ने प्यार की खातिर धर्म और परिवार वालों की फ़िक्र किये बिना हिन्दू प्रेमी से मंदिर में रचाया विवाह।   हिंदू प्रेमी से शादी करने के लिए फरहाना बानी सरस्वती।  धर्म परिवर्तन के बाद फरहाना हिंदू रीति रिवाज से वीरेंद्र कश्यप की पत्नी बन गयी हैं। अब  दोनों प्रेमियों के रस्ते में परिजन रोड़ा बन रहे  हैं  फरहाना ने परिजनों से जान का खतरा बताते हुए   सोशल मीडिया पे वीडियो शेयर किया  ह।  बताती हैं की  परिजनों की तरफ से हिंदू धर्म अपनाने और लव मैरिज करने पर धमकी मिल रही है और बताई की अगर कोई उन्होने हुई तो परिजनों को जिम्मेदार माना जाए।
वीरेंद्र कश्यप और फरहाना की प्रेम कहानी चार साल पहले शुरू हुई थी जहां  दोनों शेरगढ़ के क्षेत्र रहनेवाले हैं. पढ़ाई के दौरान दोनों दोस्त बने और  दोस्ती बहुत जल्द प्रेम प्रसंग में बदल गई. फोन पर दोनों की बातचीत होने लगी और साथ जीने-मरने की खसम खाई. फरहाना के प्रेम प्रसंग की जानकारी  घरवालों को पता चली तो   फरहाना की पढ़ाई बंद करा दी गई।  प्रेम की राह में बाधा बने परिजनों को 23 जुलाई की रात फरहाना ने अलविदा कहा।
प्रेमी वीरेंद्र कश्यप संग शहर आने के बाद दोनों ने मंदिर में दोनों ने  विवाह किया और साथ रहने लगे   धर्मांतरण के बाद फरहाना का नया नाम है  सरस्वती।  फरहाना उर्फ सरवस्ती ने स्वइच्छा  से इस्लाम धर्म छोड़ने की बात बताई और  हिंदू धर्म में आस्था जताई है और आगे की जिंदगी भी बतौर हिंदू बांके  बिताना चाहती है. गुरुवार को मुस्लिम से हिंदू बनी युवती सरस्वती  का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. वीडियो में  अनहोनी की आशंका जताते हुए एसएसपी से सुरक्षा की गुहार लगायी है जिसमें परिजनों से खतरे की आहट साफ़ मालूम पड़ रही थी।

       

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