प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को राजधानी के प्रगति मैदान में नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी-एवं-सम्मेलन केंद्र (आईईसीसी) परिसर में पूजा-अर्चना की और इस केंद्र के निर्माण में शामिल रहे श्रमिकों को सम्मानित किया।
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, दिल्ली को एक आधुनिक और भविष्यवादी इंटरनेशनल प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केन्द्र मिला है, जो भारत में सम्मेलन पर्यटन को बढ़ावा देगा, जहां दुनिया भर से लोग आएंगे। केन्द्र के आर्थिक और पर्यटन संबंधी लाभ भी कई गुना होंगे। लगभग 123 एकड़ क्षेत्र के साथ प्रगति मैदान का आईईसीसी परिसर भारत में इस तरह की सबसे बड़ी सुविधा है। इसे 2700 करोड़ रुपये की लागत से एक राष्ट्रीय परियोजना के रूप में विकसित किया गया है। भारत की अध्यक्षता में जी20 की शिखर बैठक का सितंबर में आयोजन इसी परिसर में होने वाला है। यह परिसर देश में बड़ी बैठकों, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों की मेजबानी के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे के विकास के संबंध में मोदी सरकार की सोच का परिणाम बताया जा रहा है। इस परिसर में सम्मेलन केंद्र, प्रदर्शनी हॉल, खुले रंगमंच जैसी कई अत्याधुनिक सुविधाएं विकसित की गयी हैं। इसके भव्य बहुउद्देश्यीय कक्ष और महाधिवेशन कक्ष की संयुक्त क्षमता सात हजार लोगों की है, जो ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध सिडनी ओपेरा हाउस की बैठने की क्षमता से भी अधिक है। एम्फीथिएटर (खुला रंगमंच) 3,000 व्यक्तियों की बैठने की क्षमता से सुसज्जित है। सम्मेलन केंद्र का वास्तुशिल्प भारतीय परंपराओं से प्रेरित है और आधुनिक सुविधाओं और जीवन शैली को अपनाने के साथ-साथ अपने अतीत में भारत के आत्मविश्वास और दृढ़ विश्वास को भी दर्शाता है।