नैनीताल ::- विश्व स्तर पर हर साल 20 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस मनाया जाता है। 22 दिसंबर 2005 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव 60/209 द्वारा मानव एकता को एकजुटता के मौलिक और सार्वभौमिक अधिकारों के रूप में चिन्हित किया था।
विविधता में एकता दर्शाने के लिए विभिन्न सरकारों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए समझौतों को याद दिलाने के लिए
लोगों के बीच एकजुटता के महत्व व विकास के लिए लोगों, सरकारों को प्रेरित करने के लिए,गरीबी ख़त्म करने के, नए रास्ते तलाशने के लिए,लोगों को गरीबी, भुखमरी, बीमारियों से बाहर निकालने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
21वीं शताब्दी में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मूलभूत मूल्यों में से एक के रूप में की जाती है, जिसमें उन लोगों को शामिल किया जाता है, जो या तो पीड़ित हैं या कम से कम उन लोगों से मदद चाहते हैं जो सबसे अधिक लाभान्वित होते हैं।
मानव अधिकारों और अंतरराष्ट्रीय एकजुटता पर स्वतंत्र विशेषज्ञ को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद द्वारा अंतरराष्ट्रीय एकजुटता के लिए लोगों व व्यक्तियों के अधिकार पर एक मसौदा तैयार करने को कहा गया था। 2017 में परिषद ने स्वतंत्र विशेषज्ञ के जनादेश को तीन साल के लिए बढ़ा दिया और ओबिओरा सी,ओकफोर (नाइजीरिया) को इस पद पर नियुक्त किया गया।एकजुटता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने का भी दिन है।
विकास पाठक
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