उत्तराखंड के रुद्रपुर में दोहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। आरोपी ने पहले घर में सो रहे पति-पत्नी को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया फिर जो भी रास्ते में आया उस पर भी वार करता चला गया। मृतक संजय यादव मूल रूप से आजमगढ़ का रहना वाला है। करीब 15 साल पहले उसका प्रेम विवाह सुभाष कॉलोनी रुद्रपुर निवासी सोनाली (34) से हुआ था। इसके बाद दंपती उनके दो बच्चों अन्नू व जय के साथ ट्रांजिट कैंप स्थित घर में परिवार संग राजीखुशी रहते थे। साथ में संजय की सास गौरी भी रहती थी। संजय और सोनाली दोनों सिडकुल की एक फैक्ट्री में नौकरी करते थे।
जानकारी के अनुसार बुधवार रात वह 11 बजे करीब सो गए। बेटी अन्नू संजय और सोनाली के साथ तो बेटा जय नानी गौरी मंडल के साथ दूसरे कमरे में सोया था। रात लगभग दो बजे पड़ोस में पूर्व में किराए पर रहने वाला युवक चाकू ले घर में घुस गया। उसने संजय का गला रेत हत्या कर दी। संजय के चिल्लाने पर सोनाली और बेटी अन्नू की नींद खुल गई। युवक ने सोनाली की भी गला और हाथ की नस रेत कर हत्या कर दी। साथ ही पीठ में भी वार किए। अन्नू चिल्लाते हुए बाहर भागी तो नानी गौरी मंडल की भी नींद खुली और वो कमरे में आई तो हमलावर ने उस पर भी चाकू से वार कर दिया। चाकू पेट मे लगने से वह घायल हो कर गिर गई। घर में मची चीख पुकार सुन कर पड़ोसी पहुंचे तो हमलावर चाकू लहराते हुए फरार हो गया। सूचना पर एसएचओ सुंदरम शर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।। घायल गौरी मंडल को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन से पहले तक आरोपी दंपती के पड़ोस में रहता था। लॉकडाउन के बाद वह ट्रांजिट कैंप स्थित श्मशान घाट रोड पर रहने लगा था। दंपती के बेटे जय का कहना है कि कुछ दिन पहले आरोपी ने मां सोनाली को गुलदस्ता और एक मोबाइल फोन भेजा था। उनका कहना है कि उसने सोनाली के माध्यम से किसी अन्य युवती को फोन भेजा था।