अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस क्यों मनाया जाता है, इसका उद्देश्य क्या है

Spread the love

नैनीताल ::- अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस हर साल 18 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को इस बात के लिए शिक्षित करना है कि हर प्रवासी का सम्मान के साथ व्यवहार करना मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों के सामने आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का लक्ष्य रखता।
किसी भी देश का नागरिक जब काम की तलाश में अपने देश को छोड़कर दूसरे देश में जाकर बस जाता है उसे प्रवासी कहा जाता है। अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों के सामने आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का लक्ष्य रखता है।

सामाजिक सामंजस्य की कहानियों पर ध्यान केंद्रित करने और 272 मिलियन प्रवासियों को नए जीवन जी रहे हैं और दुनिया के हर कोने में नए समुदायों का निर्माण कर रहे हैं।
2015 में अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों की कुल संख्या बढ़कर 244 मिलियन हो गई, जो वर्ष 2000 में अनुमानित 175 मिलियन थी।
18 दिसंबर 1990 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सभी प्रवासी कामगारों के अधिकारों और उनके परिवारों के सदस्यों के संरक्षण पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को अपनाया। 4 दिसंबर 2000 को दुनिया में प्रवासियों की बढ़ती संख्या को मान्यता दी और 18 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस के रूप में नामित किया।

सितंबर 2016 में शरणार्थियों और प्रवासियों के बड़े आंदोलनों को संबोधित करने के लिए एक उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन में मानवीय और समन्वित दृष्टिकोण के साथ देशों को साथ लाने का लक्ष्य था।





Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *