पत्नी से पीड़ित पति उत्तराखंड के हरिद्वार का रहने वाला है, पीड़ित पति नितिन जैन का हरिद्वार में कारोबार है, नितिन का आरोप है कि पढ़ाई के समय से सुरभि गुप्ता से उसकी दोस्ती हुई, जहां 2014 में हरिद्वार कोर्ट में सुरभि गुप्ता से शादी की जिसके बाद से दोनों की जिंदगी अच्छी चल रही थी, पत्नी को पढ़ा लिखा कर पीएचडी कराया, जहां 2016 में आपसी सामंजस्य चल रहा था, इस दौरान उनकी एक बेटी पैदा हुई, और 2018 में उसकी नौकरी शिक्षा विभाग में रुद्रप्रयाग में लग गई, जहां उसकी पत्नी का एक व्यक्ति से संपर्क हुआ, एक साल बाद पत्नी का हल्द्वानी के एक राजकीय महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नौकरी लग गई, जिसके बाद पत्नी उसके साथ प्रताड़ना करने लगी। यहां तक की पत्नी ने कई आरोप लगाते हुए पुलिस में मामला भी दर्ज कराया, जिसके बाद से पत्नी बेटी से भी नहीं मिलने देती है. पीड़ित नितिन जैन का कहना है कि ज्योति मौर्य का प्रकरण आने के बाद उसको हिम्मत मिली और न्याय की उम्मीद जागी है, कि उसके साथ न्याय होगा, पीड़ित नितिन जैन हरिद्वार से आकर हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में पत्नी से परेशान होकर धरने पर बैठ गया है, नितिन की सिर्फ एक मांग है कि उसको उसकी बेटी को वापस किया जाए. नितिन जैन का कहना है कि पढ़ा लिखा कर पीएचडी कराया जिसके बाद प्रोफेसर की नौकरी मिली, लेकिन पत्नी ने धीरे-धीरे उससे दूरियां बनाने लगी, जिसका नतीजा है कि आज उसको न्याय के लिए धरने पर बैठना पड़ रहा है . आरोप है कि पत्नी कुछ महीने पहले घर का सारा सामान अपने साथ लेकर चली गई यहां तक कि पत्नी उसके मोबाइल से उसके साथ खींचे हुए सभी फोटो वीडियो अभी डिलीट कर दिये, यही नहीं प्रोफेसर पत्नी पति को आये दिन झुठे मुकदमे में फंसाने के आरोप में धमकाती भी रहती है। इस पूरे मामले में डॉ सुरभि गुप्ता से बात की तो उनका कहना है कि मामला न्यायालय में चल रहा है और उसका स्वास्थ्य खराब है इस मामले में कुछ भी नहीं बोलेगी ।
पति द्वारा प्रताड़ित होने वाली महिलाओं के किस्से तो आम है, लेकिन यहां तो अब पत्नी द्वारा प्रताड़ित पतियों के मामले लगातार ही चर्चा में आ रहे हैं, एसडीएम ज्योति मौर्य के मामले को सभी देख चुके हैं, वहीं अब नितिन का दर्द भी कुछ कम नहीं है, जिस पत्नी को निस्वार्थ भाव से पढा लिखा कर काबिल बनने में सहारा दिया, उसी पत्नी ने कामयाबी के शिखर पर पहुंच कर पति का साथ छोड दिया, बहरहाल पीड़ित पति न्याय की गुहार लेकर आंदोलन की राह पर है, देखना होगा कि उनका ये आंदोलन कितना सफल हो पाता है।