मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के दिन हुई हिंसा पर सरकार ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। जिला प्रशासन ने खरगोन में रामनवमी जुलूस पर पथराव करने वाले आरोपियों के घरों और मकानों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। श्रीराम नवमी पर रविवार को कई स्थानों पर आगजनी व पथराव की घटनाएं हुई, जिसमें खरगोन एसपी सिद्धार्थ चौधरी व टीआई बनवारी मंडलोई सहित करीब आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं रात भर चली कार्रवाई में पुलिस ने कुल 84 लोगों को गिरफ्तार किया है। डीआईजी ने बताया कि 25 स्थानों पर आगजनी की घटना हुई है, वहीं कुल 27 लोग घायल हुए हैं। खरगोन में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
माध्य प्रदेश के CM के निर्देशों के बाद खरगोन में रामनवमीं जुलूस पर हमला करने वाले आरोपियों की दुकानों-मकानों पर चला बुलडोजर। pic.twitter.com/cJHU0foUwF
— Panchjanya (@epanchjanya) April 11, 2022
सोमवार शहर के संवेदनशील क्षेत्र मानें जाने वाले छोटी मोहन टाकीज क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सरकार के अधिकारी वहां बुलडोजर लेकर पहुंचे और हिंसा करने वाले आरोपियों के मकानों को ढाह दिया। वहीं आरोपियों के घर गिराए जाने का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि मामू का बुलडोज़र बलात्कार करने वालों पर और बलात्कारियों को सहयोग देने वालों पर नहीं चलता। केवल शक्ल देख कर बुलडोज़र चलाए जा रहे हैं।
इस घटना को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें बख्सा नहीं जाएगी। उन्होंंने कहा कि रामनवमी के अवसर पर खरगोन में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मध्य प्रदेश की धरती पर दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है, आरोपियों के के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।